Reet Syllabus

राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (REET)

1 बाल विकास एवं शिक्षण विधिया

  1.  बाल विकास एवं   वृद्धि एवं विकास की संकल्पना,
  2. विकास के विभिन्न आयाम एवं सिद्धान्त,
  3. विकास को प्रभावित करने वाले कारक (विशेष रूप से परिवार एवं विद्यालय के संदर्भ में) एवं अधिगम से उनका संबंध।
  4.  वंशानुक्रम एवं वातावरण की भूमिका
  5.  व्यक्तिगत विभिन्नताएँ एवं अर्थ, प्रकार एवं व्यक्तिगत विभिन्नताओं को प्रभावित करने वाले कारक।
  6.  व्यक्तित्व एवं  संकल्पना, प्रकार व व्यक्तित्व को प्रभावित करने  वाले कारक। व्यक्तित्व का मापन।
  7.  बुद्धि एवं संकल्पना, सिद्धान्त एवं इसका मापन, बहुबुद्धि सिद्धान्त एवं इसके  निहितार्थ।
  8.  विविध अधिगमकर्ताओं की समझ: पिछडे, विमंदित, प्रतिभाशाली, सृजनशील, अलाभान्वित-वंचित, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे एवं अधिगम अक्षमता युक्त बच्चे।
  9. अधिगम में आने वाली कठिनाइयॉ
  10.  समायोजन की संकल्पना एवं तरीके , समायोजन में अध्यापक की भूमिका
  11. अधिगम का अर्थ एवं संकल्पना। अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक।
  12.  अधिगम के सिद्धान्त एवं इनके  निहितार्थ।
  13. बच्चे सीखते केसे है। अधिगम की प्रक्रियाएँ। चिन्तन, कल्पना एवं तर्क
  14.  अभिप्रेरणा व इसके  अधिगम के लिए निहितार्थ।
  15. शिक्षण अधिगम की प्रक्रियाएँ, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा-2005 के  संदर्भ में शिक्षण अधिगम की व्यूह रचना एवं विधियाँ।
  16. आकलन, मापन एवं मूल्यांकन का अर्थ एवं उद्देश्य, समग्र एवं सतत् मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण। सीखने के प्रतिफल
  17.  क्रियात्मक अनुसन्धान
  18. शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 अध्यापकों की भूमिका एवं दायित्व।  

2 हिंदी

  1.  एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न एवं पर्यायवाची, विलोम, वाक्याशो  के लिए एक शब्द, शब्दार्थ , शब्द शुद्धि।

  2. उपसर्ग, प्रत्यय, संधि और  समास

  3.  संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, अव्यय |

  4.  एक अपठित गद्यांश में  से निम्नलिखित बिदूओ पर प्रश्न एवं  रेखाकित शब्दो  का अर्थ स्पष्ट करना, वचन, काल, लिंग ज्ञात करना।

  5. दिए गए शब्दो  का वचन काल और  लिंग बदलना |

  6. वाक्य रचना, वाक्य के अंग, वाक्य के प्रकार, पदबंध।

  7. मुहावरे और  लोकोक्तियाँ, विराम चिह्न।

  8.  भाषा की शिक्षण विधि, भाषा शिक्षण के उपागम, भाषा दक्षता का विकास |

  9.  भाषायी कोशलों का विकास (सुनना, बोलना, पढना, लिखना) हिंदी भाषा शिक्षण में चुनौतियाँ,
    शिक्षण अधिगम सामग्री, पाठय पुस्तक, बहु -माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन |

  10. भाषा शिक्षण में मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्मा ण समग्र एवं सतत् मूल्यांकन,उपचारात्मक शिक्षण |

नोट -  बहु विकल्प प्रष्नो का मापदण्ड कक्षा 1 से  5 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम सत्र 2021-22 पाठ्य पुस्तको  एवं पाठ्य वस्तु के आधार पर होगा, लेकिन कठिनाई का स्तर सैकण्डरी (कक्षा 10) तक की पाठ्य पुस्तको का होगा।

3 ENGLISH

  1. Unseen Prose Passage Linking Devices, Subject-Verb Concord, Inferences
  2.  Unseen Poem Identification of Alliteration, Simile, Metaphor Personification, Assonance, Rhyme
  3.  Modal Auxiliaries, Common Idioms and Phrases Literary Terms Elegy, Sonnet, Short Story, Drama
  4.  Basic knowledge of English Sounds and symbols.
  5. Principles of Teaching English, Communicative Approach to English Language Teaching, Challenges of Teaching English: Difficulties in learning English (role of home language, multilingualism).
  6.  Methods of Evaluation, Remedial Teaching

नोट The criteria for multiple choice questions will be based on the syllabus prescribed by the State Government for classes 1 to 5 and the text books prevailing in the current academic session 2021-22, but difficulty level of the questions will be up to the secondary (class 10) text books.

4 गणित

  1.  एक करोड़ तक की पूर्ण संख्याएँ, स्थानीय मान, तुलना, गणितीय मूल संक्रियाएँ -जोड़, बाकी, गुणा, भागय भारतीय मुद्रा।
  2.  भिन्न की अवधारणा, उचित भिन्ने , समान हर वाली उचित भिन्नो  की तुलना, मिश्र भिन्नो ,असमान हर वाली उचित भिन्नो  की तुलना,भिन्नो  की जोड़, बाकी, अभाज्य एवं संयुक्त संख्याए , अभाज्य गुणनखण्ड, लघुत्तम समापवर्त्य, महत्तम समापवर्तक।
  3. ऐकिक नियम, ओसत, लाभ-हानि, सरल ब्याज।
  4. समतल व वक्रतल, समतल व ठोस ज्यामितिय आकृतियाँ समतल ज्यामितीय आकृतियों की विशेषताये  बिन्दु, रेखा, किरण, रेखा खण्ड, कोण एवं उनके प्रकार।
  5. लम्बाई, भार, धारिता, समय, क्षेत्रमापन एवं इनकी मानक इकाइयां एवं उनमें संबंध वर्गा कार तथा आयतकार वस्तुओ के  पृष्ठ तल का क्षेत्रफल एवं परिमाप।
  6. गणित की प्रकृति एवं तर्क शक्ति, पाठ्यक्रम में गणित की महत्ता, गणित की भाषा, सामुदायिक गणित, आकडो का प्रबंधन।
  7. औपचारिक एवं अनौपचारिक विधियो  द्वारा मूल्यांकन, शिक्षण की समस्याएं, त्रुटि विश्लेषण एवं शिक्षण एवं अधिगम से  संबंधित, निदानात्मक एवं उपराचारात्मक शिक्षण।
    नोट  बहु विकल्प प्रशनो  का मापदण्ड कक्षा 1 से  5 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम एवं वर्तमान मे  प्रचलित सत्र 2021-22 पाठ्य पुस्तको  के आधार पर होगा, लेकिन कठिनाईका स्तर सैकण्डरी (कक्षा 10) तक की पाठ्य पुस्तको  का होगा।

5 पर्यावरण अध्ययन 

  1.  परिवार - आपसी संबंध, एकल एवं संयुक्त परिवार, सामाजिक बुर्राइ यां (बाल विवाह, दहेज प्रथा, बालश्रम, चोरी), दुर्व्यसन (नशाखोरी, धूम्रपान) और इनके व्यक्तिगत, सामाजिक एवं आर्थिक दुष्परिणाम।
  2. वस्त्र एवं आवास - विभिन्न ऋतुओं में पहने जाने वाले वस्त्र, घर पर वस्त्रों का रख-रखाव, हस्त करघा तथा पावरलूम, जीव जन्तुओं के आवास, विभिन्न प्रकार के मानव-आवास, आवास और निकटवर्ती  स्थानो  की स्वच्छता, आवास निर्माण हेतु विभिन्न प्रकार की सामग्री।
  3.  व्यवसाय - अपने परिवेश के  व्यवसाय (कपडे़ सिलना, बागवानी, कृषि कार्य, पशुपालन, सब्जीवाला आदि), लघु  एव कुटीर उधोग, राजस्थान राज्य के प्रमुख उद्योग एव  हस्तकलाएं, उपभोक्ता संरक्षण की आवश्यकता, सहकारी समितियां।
  4. हमारी सभ्यता, संस्कृति - राष्ट्रीय प्रतीक, राष्ट्रीय पर्व , राजस्थान के मेले एव त्योहार, राजस्थान की वेशभूषा एवं आभूषण, राजस्थान का खान-पान, राजस्थान की वास्तुकला, राजस्थान के पर्यटन स्थल, राजस्थान की प्रमुख विभूतिया एवं गोरव राजस्थान की विरासत (प्रमुख दुर्ग, महल, स्मारक) राजस्थान की चित्रकला, राजस्थान के लोकदेवता।
  5.  परिवहन और  संचार - यातायात और संचार के साधन, सडक पर चलने और  यातायात के नियम, यातायात के संकेत, संचार साधनों का जीवन शेली  पर प्रभाव।
  6. अपने शरीर की देख-भाल - शरीर के बाहय अंग और  उनकी साफ-सर्फाइ , शरीर के आंतरिक भागो  की सामान्य जानकारी, संतुलित भोजन की जानकारी और इसका महत्व, सामान्य रोग (आंत्रशा ेथ, अमीबायोसिस, मेटहीमोग्लोबिन, एनिमिया, फ्लुओरोसिस, मलेरिया, डेगू) उनके कारण और बचाव के उपाय, पल्स पोलियो अभियान।
  7.  सजीव जगत - पादपों और  जंतुओं के  संगठन के  स्तर, सजीवो  में विविधता, राज्य पुष्प, राज्य वृक्ष, राज्य पक्षी, राज्य पशु, संरक्षित वन क्षेत्र  एवं वन्य जीव (राष्ट्रीय उद्यान, वन्य जीव अभयारण्य, बाघ संरक्षित क्षेत्र, विश्व धरोहर)की जानकारी, पादपों तथा जंतुओ  की जातियों का संरक्षण, क ृषि पद्वतिया ।
  8.  जल - जल, वन, नमभूमि और  मरूस्थल की मूलभूत जानकारी, विभिन्न प्रकार के प्रदूषण एवं इनका नियंत्रण, जल के  गुण, जल के स्त्रा ेत, जल-प्रबंधन, राजस्थान में कलात्मक जल स्त्रा ेत, प ेयजल व सिंचाई स्त्रा ेत।
  9.  हमारी प ृथ्वी व अंतरिक्ष- सा ैर परिवार, भारत के अंतरिक्ष यात्री।
  10. पर्वतारोहण- पर्वतारोहण में कठिर्नाइ यां एवं काम आने वाले औजार, भारत की प्रमुख महिला पर्वतारोही।
  11. पर्यावरण अध्ययन के क्षेत्र एव संकल्पना। पर्यावरण अध्ययन का महत्व, समाकलित पर्यावरण अध्ययन, पर्या वरण शिक्षा के अधिगम सिद्धान्त, पर्यावरण अध्ययन का विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान विषयों के साथ अन्तर्सम्बन्ध एवं क्षेत्र, पर्यावरणीय शिक्षा शास्त्र- संकल्पना प्रस्तुतीकरण के उपागम । क्रियाकलाप, प्रया ेग/प्रायोगिक कार्य, चर्चा ।
  12. समग्र एवं सतत मूल्याकंन, शिक्षण सामग्रीध् सहायक सामग्री, शिक्षण की समस्याएं, सूचना एवं संचार प ्रोद्या ैगिकी।

​​​​​​​नोट  बहु विकल्प प्रष्नो  का मापदण्ड कक्षा 1 स े 5 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम सत्र 2021-22 पाठ्य पुस्तकों एवं पाठ्य वस्तु के आधार पर होगा, लेकिन कठिनाई कास्तर स ैकण्डरी (कक्षा 10) तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा।